कोविड वैक्सीनेशन जीवित के साथ मरे हुए लोगों को भी, जाने पूरा सच सबूतों के साथ

*कोविड वैक्सीनेशन जीवित के साथ मरे हुए लोगों को भी, जाने पूरा सच सबूतों के साथ*

सबूतों के अनुसार सुषमा देवी w/o तिलक राज निवासी साहिबाबाद का निधन 12 जनवरी 2022 को हुआ और उसका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हुआ।

किसी कारण से सुषमा रानी का कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट निकलवाया गया और उस सर्टिफिकेट को देखने और पढ़ने के बाद जो बाते सामने आई वह अजीब थी और इसकी जानकारी जनता जनार्दन तक पहुंचाना हमको आवश्यक लगा।

इस सर्टिफिकेट के अनुसार सुषमा देवी को
पहली डोज दिनांक 08 अप्रैल 2021
दुसरी डोज दिनांक 20 जनवरी 2022 और
प्रिकॉशन डोज दिनांक 18 अगस्त 2022 को लगी।

हम आपको शुरु में ही बता चुके हैं की सुषमा देवी की मौत 12 जनवरी 2022 को हो गई थी। (मृत्यु प्रमाण पत्र की कापी इसी ब्लॉग के साथ उपलब्ध)

अब प्रश्न यह उठता है कि मरे हुए व्यक्ति को डोज कैसे और किस स्थान पर लगी।

इस सर्टिफिकेट के अनुसार यह तीनों डोज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में लगी और टीका लगाने वाले का नाम मंजु राय बताया गया। (सर्टिफिकेट की कॉपी इसी ब्लॉग के साथ उपल्ब्ध)

इस तथ्य को पूरी तरह जांच करने के लिए हमने सुषमा देवी का आधार कार्ड मंगवाया यह जानने के लिए क्या यह डोज सच मे उसी सुषमा देवी को लगी है जिनकी मृत्यु जनवरी में हो चुकी थी (आधार कार्ड की फोटोकॉपी इसी ब्लॉग पर उपल्ब्ध) और जांच करने पर पता चला की यह डोज उसी को लगी है पर मृत्यु होने के बाद।

बड़ा सवाल जिसका जवाब हम अपनी पूरी जांच में जुटा पाने में कामयाब नही हो पाए की मरी हुई सुषमा देवी कैसे इस जगह आई और अपनी डोज लगवा कर गई?

आप सभी से निवेदन है कि अगर आप में से कोई इस सवाल का जवाब उपल्ब्ध करवाने में सक्षम हो तो कृप्या हमारी मदद करे की कैसे मृत्यु होने के बाद सुषमा देवी इस स्थान पर आ कर अपनी डोज लगवा कर गई।

इस ख़बर के तथ्यों को उपलब्ध करवाने में रिपोर्टर हंसराज ने काफी मेहनत करी,

*संजय बाटला*

  

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