गाजीपुर : प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में रेलवे पास, NHAI फेल, पुल को जोड़ने के लिए नहीं शुरू हो सका कार्य

गाजीपुर प्रतिनिधि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ताड़ीघाट-मऊ नई रेल परियोजना के प्रथम फेज में सोनवल से सिटी रेलवे स्टेशन तक रेल लाइन बिछाने का कार्य अब अंतिम चरण में चल रहा है।गंगा में बन रहा रेल सह रोड ब्रिज भी करीब 95 फीसद बन गया है, लेकिन अभी तक रेल पुल के ऊपर बन रहे सड़क पुल को जोड़ने के लिए सड़क का निर्माण शुरू भी नहीं हो सका है।

रेलवे और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की खींचतान में अबतक कार्य अटका हुआ है जबकि दोनों का एक साथ निर्माण होना था। 14 नवंबर वर्ष 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 51 किमी लंबे ताड़ीघाट-मऊ नई रेल लाइन परियोजना की आधारशीला रखी थी। यह कार्य दो चरण में हो रहा है। प्रथम चरण में सोनवल से सिटी रेलवे स्टेशन तक कार्य अब अंतिम चरण में चल रहा है।

इसी में गंगा नदी पर रेल सह सड़क पुल भी है। रेल व इसके ऊपर बन रहे सड़क पुल का कार्य भी एक साथ ही हो रहा है, जो 95 फीसद पूर्ण हो गया है। इसके आगे की रेल लाइन बिछाने का कार्य दो शिफ्ट में 24 घंटे चल रहा है।

शोपीस बना रहेगा पुल,,,,,

कार्यदायी संस्था आरवीएनएल का लक्ष्य है कि मार्च तक इस पर ट्रेन को दौड़ा दी जाए, लेकिन सड़क का निर्माण कार्य अभी शुरू भी नहीं हो सका है, जिसे एनएचएआइ वाराणसी को कराना है। मार्च में इस रूट पर ट्रेन तो दौड़ने लगेगी, लेकिन रेल के ऊपर बना सड़क पुल शोपीस बना रहेगा। इसको लेकर पहले से ही रेलवे और एनएचएआइ में खींचतान चलता रहा।

आरवीएनएल की मानें तो करीब साढ़े पांच वर्ष बाद वह इसके लिए तैयार हुए। वहीं, एनएचएआइ का कहना है कि पहले सड़क का निर्माण भी रेलवे को ही कराना था। करीब पांच-छह माह पहले उन्होंने निर्णय लिया कि इसे एनएचएआइ कराएगा।

इन्होंने कहा,,,,,

पहले इसे रेलवे को कराना था, बाद में करीब पांच-छह महीने पहले उन्होंने निर्णय लिया कि सड़क का निर्माण एनएचएआइ करेगी। हम शीघ्र ही इसका टेंडर निकालने वाले हैं और कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।

आरएस यादव, परियोजना निदेशक- एनएचएआइ वाराणसी।

हम लोग सिर्फ रेल पुल और ट्रैक बना रहे हैं। एनएचएआइ सड़क कब बनाएंगी, इसकी जानकारी नहीं है। रेल पुल के ऊपर बन रहे सड़क पुल की ढलाई पूरी हो गई है। दो-तीन सप्ताह में रेलिंग का निर्माण भी पूरा हो जाएगा।

विकास चंद्रा, सीपीम-आरवीएनएल।

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