गौमय निर्माण रंखिया बहनों ने बांधा रक्षासूत्र भाइयों ने लिया गाय व बहनों कि सुरक्षा करने का संकल्प अंकित शुक्ला
उन्नाव राष्ट्रीय सैनिक छात्र सेवा परिषद के अध्यक्ष अंकित शुक्ला के आवाह्न पर भाई-बहन के पवित्र रिश्तों का प्रतीक रक्षाबंधन पर गाय के गोबर से बनी बीज राॅखियां आकर्षण का केंद्र रही ये राखियां बाजार में मौजूद अन्य राखियों से न केवल सस्ती हैं बल्कि अलग-अलग रंगों और डिजाइन में उपलब्ध थी इनका मूल्य 5 से 7 रुपये था अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने युवाओ व महिलाएं को रोजगार देने के लिए प्रदेश भर में आजीविका बढ़ाने के लिए अलग-अलग कार्य कर रहे हैं पिछले वर्ष रक्षाबंधन पर गोबर की राखियां बना रही हैं जो इस बार लोगों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी हैं बिहार के गया में इन राखियों के स्टॉल भी कई जगह-जगह लगाए थे अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने बताया की इन राखियों की खास बात यह है कि इन्हें फेंकने बाद पर्यावरण को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा इन्हें बनाते समय इसमें गुलाब, गैंदा तुलसी सहित अन्य फूलों के बीज डाले जाते हैं राखी को फेंकने के बाद गोबर की खाद बन जाती है और इसमें मौजूद बीज से पौधे उगा जाते हैं अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के 15 हज़ार युवाओ व महिलाएं ने गाय के गोबर से राखियां बना रही हैं अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने बताया इसके अलावा वे गोबर से धूप, गमले, नेम प्लेट, दीवार घड़ियां और दीये सहित अन्य चीजें बनाकर तैयार करेगे इसके अलावा कीटनाशक गोमूत्र से भी बनाए गे उपयोगी चीजें उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य गाय को हर रूप में उपयोगी साबित करना है और आवारा की तरह घूमने वाले गोवंशों को पुनः बांधने का संकल्प ले गाय की सेवा करें अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने बताया कि मैंने उन सभी असहाय गरीब बच्चों के साथ हर्षोल्लास से त्यौहार मनाया है जिनके पास कुछ भी नहीं था जिनके भाई नहीं थे उनसे राखियां बांधवाई एवं उनकी हर तरह से रक्षा करने का संकल्प लिया गौमय से निर्माणाधीन राखियां दिया और सक्षम लोगों से निवेदन किया ऐसे त्योहारों पर सक्षम लोग ऐसे परिवारों की मदद करें उनके साथ त्यौहार मनाए यही मेरा उद्देश्य है मैं प्रधानमंत्री जी मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं उन्होंने हम सभी युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया है