Faith एनजीओ में कौन हैं फैसले लेने के हकदार ओर क्यों आईडीटीआर एनजीओ की गलतियां नही देखी जाती, जाने

फाउंडेशन टू असिस्ट इन इंकुलकेटिंग ट्रैफिक हैबिट्स (फेथ) एनजीओ की संचालक समिति में शामिल हैं

  1. प्रिंसिपल सेक्रेटरी कम कमिश्नर परिवहन जीएनसीटीडी :- चेयरमैन
  2. मैनेजिंग डायरेक्टर मैसर्स श्री मारुति सुजुकी इण्डिया लिमिटेड :- वाइस चेयरपर्सन
  3. स्पैशल कमिश्नर परिवहन जीएनसीटीडी :- जनरल सेक्रेटरी
  4. डिप्टी कंट्रोलर ऑफ अकाउंट्स परिवहन :- ट्रेजरर
  5. सीएमडी दिल्ली परिवहन निगम :- मेम्बर
  6. मैनेजिंग डायरेक्टर अशोका लीलैंड लिमिटेड चेन्नई :- मेम्बर
  7. डायरेक्टर आईडीटीआर :- मेम्बर
  8. डायरेक्टर डीटीआई :- मेम्बर

अब आपको बता दें आईडीटीआर को क्यों पक्ष दिया जाता हैं, क्यों आईडीटीआर कुछ भी करे उस पर कोई रोक नहीं लगाएगा!!!

नंबर 2 वाइस चेयरपर्सन ही है आईडीटीआर के चेयरमेन।

यहां आपकी जानकारी के लिए एक और जरूरी बात है नम्बर 5 सीएमडी दिल्ली परिवहन निगम यानी मंत्री परिवहन दिल्ली सरकार (मेम्बर)

अब आपको कुछ तो समझ आ गया होगा की क्यों और कैसे दिल्ली परिवहन विभाग और दिल्ली सरकार आईडीटीआर के खिलाफ़ उठी आवाज पर भी कार्यवाही नहीं कर सकते ओर उसकी सभी मांगों को मानने के लिए मजबूर हैं और इसीलिए आईडीटीआर को परिवहन विभाग द्वारा 2 सैंटर और इसके लिए फ्री जमीन वो भी उनकी इच्छा के अनुसार दे दी ।

अब दिल्ली की जनता स्वयं फैसला ले की आखिर क्यों परिवहन विभाग ने सिर्फ इन्हे ही हैवी लाइसेंस ट्रैनिंग सर्टिफिकेट देने की इजाजत दी और किसी को नहीं।

जनहित में जारी
संजय बाटला

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