दिल्ली की सड़को का हाल, कौन है जिम्मेदार ?
दिल्ली की सड़को पर जाम, आखिर क्यों और कौन है जिम्मेदार ?
दिल्ली की जनता की सबसे बड़ी समस्या प्रदुषण और सड़कों पर लगने वाले जाम कौन है जिम्मेदार
दिल्ली परिवहन विभाग और दिल्ली यातायात पुलिस क्या सिर्फ मोटर वाहन नियम के अंतर्गत वाहनों के चालान करने के लिए है या वाहन चालकों को सड़को पर वाहन चलाते समय आने वाली परेशानियों के समाधान करवाने के प्रति भी उनका कोई दायित्व बनता है, बड़ा सवाल ?
दिल्ली में सरकार ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जनता द्वारा ही जुर्माने में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा लगा कर एकत्र की धनराशि से कैमरे लगाए और भारत सरकार द्वारा नए मोटर वाहन नियम में जुर्माने की राशी कई गुणा अधिक कर लागू किया।
यह अच्छी सोच और बात है की कानून और नियमो का पालन होना चाहिए और उसे ना मानने वाले को दण्डित भी किया जाना कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक है ।
यहां अब सबसे बड़ा सवाल बनता है की क्या कानून और नियमो का पालन करना सिर्फ वाहन चालक और मालिको के लिए जरूरी है वह भी तब जब उनसे वाहनों को सड़कों पर चलाने से पहले ही रोड टैक्स एवम् अन्य सभी शुल्क जमा करवा लिए जाते है ?
दिल्ली के किसी भी क्षेत्र में कोई भी सड़क बिना टूटे और अवरोध उत्पन्न ना करने वाली स्थिति मे नही पाई जा सकती । सभी सड़कों पर 5 से 10 किलोमीटर में अवरोध अवश्य देखने को मिलेंगे, किसका दायित्व है दिल्ली की सड़को को इंटरनेशनल लेवल में प्रदान करना ?
दिल्ली में अधिकतर सड़कों पर अनाधिकृत रूप से वाहन खड़े मिलेंगे जो वाहन को चलने में अवरोध उत्पन्न करते हैं इसका जिम्मेदार कौन है ?
सड़को पर यातायात को सुचारू रूप से संचालन करवाने के लिए कोई उपल्ब्ध नही आखिर उसका जिम्मा किसका और कौन है इसका जिम्मेदार ?
दिल्ली सरकार, परिवहन विभाग, यातायात पुलिस का कार्य सिर्फ जुर्माने के लिए चालान काटना और राजस्व में इज़ाफ़ा करवाना है, क्या सड़को पर उत्पन अवरोधों को दूर करवाना या करना इनका दायित्व नहीं ???
अगर दिल्ली के वाहन चालकों और मालिको से गलती के लिए जुर्माने वसूलना कानूनन है तो वाहन चालकों को सुरक्षित, बिना टूटी फूटी सड़के और अवरोधक सड़के प्रदान करना दिल्ली सरकार और सरकारी विभागों का दायित्व है और जो सरकारी कर्मचारी / सरकारी विभाग अपने कार्य को नही कर रहे और उनकी गलतियों से सड़को पर जाम, अवरोध उत्पन्न हो रहा है को भी जुर्माना लगाया जाना चाहिए ।
जनहित में जारी
संजय बाटला
अध्यक्ष
ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एंड लेबर वेलफेयर एसोसिएशन