अल्मोड़ा। बारिश के बाद जिले में छह सड़कें बंद हैं। इन सड़कों पर आवाजाही ठप होने से 20 से अधिक गांवों का जिले से संपर्क कटा है और यहां की आठ हजार से अधिक की आबादी परेशान है।
अल्मोड़ा में बारिश के बाद मलबा और बोल्डर गिरने से छह सड़कें बंद हैं। ऐसे में 20 से अधिक गांव अलग-थलग पड़े हैं और इनका सड़क संपर्क पूरी तरह कटा है। इन गांवों की आठ हजार से अधिक की आबादी का गांवों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। हालात यह हैं कि ग्रामीण किसी तरह उपचार और अन्य जरूरी काम के लिए बदहाल सड़कों पर जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। हालांकि सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई हैं लेकिन लगातार हो रही बारिश से फिर से मलबा और बोल्डर गिरने से कार्यदायी संस्थाओं के लिए सड़कों पर आवाजाही सुचारू कर पाना चुनौती बना है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल ने बताया कि जेसीबी लगातार सड़कों को खोलने का काम कर रही हैं। सड़कों पर जल्द आवाजाही शुरू करा दी जाएगी। संवाद
अल्मोड़ा में 12.4 और सोमेश्वर में हुई 15.2 एमएम बारिश
अल्मोड़ा। जिले में बारिश से जनजीवन पटरी से उतर गया है। बीते शनिवार से रविवार सुबह तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। आपदा प्रबंधन के मुताबिक बीते 24 घंटे में अल्मोड़ा में 12.4, रानीखेत में 04, सोमेश्वर में 15.2, जागेश्वर में 03 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। वहीं द्वाराहाट, चौखुटिया, भिकियासैंण, ताकुला, सल्ट, जैंती, शीतलाखेत में बारिश का आंकड़ा शून्य रहा। यहां के लोगों ने बारिश थमने से राहत महसूस की।
ऑफिसर्स कॉलोनी में आवासीय भवनों में घुसा पानी
अल्मोड़ा। ऑफिसर्स कॉलोनी के आवासीय भवनों में बारिश का पानी घुसने से लोग परेशान रहे। लोगों ने जिलाधिकारी को ईमेल के माध्यम से ज्ञापन भेजकर जलभराव की समस्या से मुक्ति दिलाने की मांग की। पीड़ित परिवारों ने कहा कि आवासीय भवन में रहने वाले राजस्व विभाग के कर्मी निकासी नाली के निर्माण का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में बारिश का पानी घरों में पहुंच रहा है। ज्ञापन भेजने वालों में दीपा साह, ज्योति, दिया, प्रेमलता आदि शामिल रहे।