गुरुग्राम से हजारों कार्यकर्ता जाएंगे कुरूक्षेत्र

गुरुग्राम से हजारों कार्यकर्ता जाएंगे कुरूक्षेत्र

सतबीर शर्मा। पहल टुडे। ।गुरुग्राम, 9 जनवरी। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती को भाजपा हरियाणा का युवा मोर्चा युवा दिवस के रूप में मना रहा…

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सनातन धर्म विवाद में सीएम योगी की एंट्री, बोले- जिसने भी चुनौती दी वो मिट गया

सनातन धर्म विवाद में सीएम योगी की एंट्री, बोले- जिसने भी चुनौती दी वो मिट गया

सनातन धर्म विवाद में सीएम योगी की एंट्री, बोले- जिसने भी चुनौती दी वो मिट गया लखनऊ कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर रिजर्व पुलिस…

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शिक्षक दिवस: सीएम योगी ने शिक्षकों को किया सम्मानित, बोले खुद को तकनीकी रूप से अपडेट रखें

शिक्षक दिवस: सीएम योगी ने शिक्षकों को किया सम्मानित, बोले खुद को तकनीकी रूप से अपडेट रखें

शिक्षक दिवस: सीएम योगी ने शिक्षकों को किया सम्मानित, बोले खुद को तकनीकी रूप से अपडेट रखें लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस के…

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दिल्ली में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी व विकास कार्यों की समीक्षा आज, मुख्यमंत्री योगी भी होंगे शामिल

दिल्ली में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी व विकास कार्यों की समीक्षा आज, मुख्यमंत्री योगी भी होंगे शामिल

दिल्ली में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी व विकास कार्यों की समीक्षा आज, मुख्यमंत्री योगी भी होंगे शामिल लखनऊ अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की…

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एनएचएआई, बिजली परियोजना और खनन को ठहराया तबाही का जिम्मेदार, राष्ट्रपति को भेजा पत्र

एनएचएआई, बिजली परियोजना और खनन को ठहराया तबाही का जिम्मेदार, राष्ट्रपति को भेजा पत्र

कुल्लू जिला कुल्लू में आठ से 11 जुलाई तक हुई भारी बारिश और बाढ़ से मची तबाही के जख्म एक माह भी हरे हैं। इसके लिए हिमालय नीति अभियान ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का पत्र लिख इस तबाही के लिए एनएचएआई, राज्य सरकार और पनबिजली परियोजनाओं के अवैज्ञानिक निर्माण को जिम्मेदार ठहयाया है। कहा कि एनएचएआई ने किरतपुर से मनाली तक अवैध रूप से जगह-जगह मलबा डंप किया। वहीं पहाड़ियों को काटने के साथ-साथ नदियों में इतनी अधिक मात्रा में मलबा निस्तारण डंपिंग साइट के उचित प्रबंधन के बगैर किया जा…

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20 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा, प्रधानमंत्री मोदी ने रखी आधारशिला

20 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा, प्रधानमंत्री मोदी ने रखी आधारशिला

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार सुबह झारखंड में 20 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। ये स्टेशन 27 राज्य के उन 508 रेलवे स्टेशन में शामिल हैं, जिनके पुनर्विकास की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने ऑनलाइन माध्यम से रखी है। ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत झारखंड में जिन 20 स्टेशन को 886.7 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा उनमें हटिया, पिस्का, डाल्टनगंज, गढ़वा रोड, लातेहार, पारसनाथ, कोडरमा, बोकारो स्टील सिटी, कुमारधुबी, साहिबगंज और घाटशिला शामिल हैं। वरिष्ठ मंडलीय वाणिज्यिक प्रबंधक (रांची) निशांत कुमार ने बताया कि हटिया स्टेशन को 355 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा, जबकि पिस्का स्टेशन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 27 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

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तबादला होने पर अब अनुबंध कर्मियों को मिलेगा यात्रा भत्ता, अधिसूचना जारी

तबादला होने पर अब अनुबंध कर्मियों को मिलेगा यात्रा भत्ता, अधिसूचना जारी

शिमला हिमाचल प्रदेश में अब अनुबंध कर्मचारियों को भी तबादले होने पर पदग्रहण करने का समय और यात्रा भत्ता मिलेगा। सरकार ने पुरानी व्यवस्था में बदलाव कर दिया है। कार्मिक विभाग ने सभी प्रशासनिक सचिवों और विभागाध्यक्षों को इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है। आमतौर पर अनुबंध अवधि में तबादले नहीं किए जाते हैं। सरकार अगर जनहित में चाहे तो स्थानांतरित कर सकती है। नई व्यवस्था में 30 किलोमीटर से कम दूरी पर तबादले पर एक दिन और इससे अधिक दूरी पर पद   ग्रहण करने के लिए पांच दिन मिलेंगे। पुराने स्थान से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थानांतरण पर यात्रा भत्ता नहीं मिलेगा। पद ग्रहण करने के लिए निर्धारित दिनों के बीच में अगर सरकारी अवकाश आता है तो उसकी गिनती नहीं होगी। पद ग्रहण करने के लिए एक दिन आगे हो जाएगा। 30 किलोमीटर से कम दूरी होने पर अगर स्थानांतरण होता है तो…

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ट्रेन में चोरी हो गया है सामान, क्या मिल सकता है आपको मुआवजा? जानिए क्या है भारतीय रेलवे के नियम

ट्रेन में चोरी हो गया है सामान, क्या मिल सकता है आपको मुआवजा? जानिए क्या है भारतीय रेलवे के नियम

 नई दिल्ली । ट्रेन में हम में से सभी ने कभी ना कभी सफर तो किया होगा। एक राज्य से दूसरे राज्य तक जाने का सबसे सस्ता और सुगम साधन में से एक ट्रेन को माना जाता है। ट्रेन में सफर करना भले ही अच्छा लगता हो पर कई बार सामान के चोरी हो जाने का खतरा भी बना रहता है। अगर आपके साथ भी कभी ऐसी कोई घटना घट जाए तो आपको क्या करना चाहिए, आइए इसके बारे में जानते हैं। सामान चोरी होने पर करें ये काम आपको ट्रेन में सफर के दौरान हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए। कभी आपके सामने ऐसी कोई दुर्घटना घट जाए तो आपको सबसे पहले उसकी शिकायत दर्ज करवानी चाहिए। आप जैसे ही शिकायत दर्ज करते हैं,लेकिन उसके बाद भी आपको सामान नहीं मिलता है तो भारतीय रेलवे यात्री को मुआवजा देता है। भारतीय रेलवे के मुताबिक व्यक्ति के सामान चोरी हो जाने के बाद सामान की कीमत की गणना के अनुसार ही रेलवे मुआवजा देती है। मुआवजा पाने के लिए आपको कुछ प्रोसेस को फॉलो करना होगा। आइए, जानते हैं कि आपको क्या प्रोसेस फॉलो करना होगा। कैसे मिलेगा मुआवजा अगर सफर के दौरान किसा यात्री का सामान चोरी हो जाता है तो उसे सबसे पहले  ट्रेन कंडक्टर कोच अटेंडेंट, गार्ड या जीआरपी एस्कॉर्ट से संपर्क करना होगा। ये व्यक्ति आपको एक फॉर्म देंगे, आपको वो फॉर्म भरना होगा। आप जैसे ही ये फॉर्म भरते हैं तो उसके बाद कार्रवाई करने के लिए इस फॉर्म को थाने भेज दिया जाता है। अगर आपको अपना ट्रेन का सफर पूरा करना है तो आप किसी भी रेलवे के आरपीएफ सहायता चौकियों पर शिकायत पत्र को जमा करवा सकते हैं।

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खनन सामग्री नहीं मिली तो लटक जाएगा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल का काम, परियोजना की राह में चुनौती

खनन सामग्री नहीं मिली तो लटक जाएगा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल का काम, परियोजना की राह में चुनौती

देहरादून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर्याप्त मात्रा में खनन सामग्री उपलब्ध न होने की वजह से लटक सकती है। अगले चार महीनों में परियोजना के तहत सुरंग खोदने का काम पूरा होने की संभावना है। इसके बाद के कार्य के लिए रेलवे विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) को दो करोड़ मीट्रिक टन से अधिक अच्छी गुणवत्ता वाली खनन सामग्री की आवश्यकता होगी। चिंता की वजह है प्रदेश की नदियों में मशीनों की सहायता से खनन करने पर न्यायालय की रोक लगी होना। निगम प्रबंधन को प्रोजेक्ट समय पर पूरा करने के लिए भारी मात्रा में लगातार अच्छी गुणवत्ता की आरबीएम की जरूरत है। इसके लिए निगम ने शासन से प्रोजेक्ट के आसपास की कुछ नदी क्षेत्रों में खनन की अनुमति मांगी है। इस मामले में आरवीएनएल के मुख्य परियोजना प्रबंधक ने सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी को पत्र लिखकर प्रकरण में सहयोग की अपील की है। पत्र में कहा गया है कि बड़ी मात्रा में खनन सामग्री मशीनों के बगैर जुटाना संभव नहीं हो पाएगा। ऐसे में परियोजना को समय पर पूरा करने में मुश्किल हो सकती है। साथ ही प्रोजेक्ट की लागत में भी बढ़ोतरी हो जाएगी। रास्ता निकालने के लिए संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों की एक बैठक कराने का अनुरोध भी किया है। 2024-25 में प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य आरवीएनएल के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना को 2024-25 तक बनाने का लक्ष्य है। लेकिन परियोजना की राह में आ रही चुनौतियों के देखते हुए इसमें देरी होने की संभावना है। परियोजना निर्माण में जरूरी आरबीएम न मिलने से यह दिक्कत और गंभीर हो सकती है।

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रेल की पटरियों को अवैध रूप से पार किया तो होगी जेल, सेल्फी लेने पर भी कैद, जुर्माना वसूलने का आदेश

रेल की पटरियों को अवैध रूप से पार किया तो होगी जेल, सेल्फी लेने पर भी कैद, जुर्माना वसूलने का आदेश

नई दिल्ली रेल की पटरियों को अगर अवैध रूप से पार किया तो खैर नहीं। पटरियों पर अगर सेल्फी लेते भी दिखे तो जेल की हवा खानी पड़ सकती है। रेलवे ने पटरियों को पार करने के मामलों पर कड़ा रुख अख्तियार किया है। स्पष्ट रूप से अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रेल पटरियों को अवैध रूप से पार करने वाले लोगों को रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत पकड़कर जुर्माना वसूला जाए, आवश्यक हो तो उन्हें जेल भी भेजें। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने पांचों रेल मंडल प्रबंधकों व अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में रेलपथों के निकट अतिक्रमण के साथ ही पटरियों को पार करने के मुद्दे पर चर्चा हुई। इसे लेकर चौधरी ने सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए। कहा कि अधिनियम के तहत उन्हें जेल भेजा जाए। उन्होंने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलपथों के निकट हुए अतिक्रमण को हटाने का परामर्श दिया, ताकि ट्रेनों के संचालन में किसी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं हो। दरअसल अतिक्रमण की वजह से रेलवे फाटकों पर भी व्यवधान होता है और ट्रेनों का संचालन बाधित होता है। इसके अलावा उच्च…

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