लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी बोले, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका मां यशोदा की तरह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुपोषण किसी एक व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे समाज की लड़ाई है। जैसे इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों को रोका गया ठीक वैसे ही कुपोषण को भी खत्म करने के लिए काम करना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका मां यशोदा की तरह है क्योंकि उन्हें मां यशोदा की तरह बच्चों का पालन-पोषण करना होता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ में ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ के अंतर्गत 1,359 आंगनवाड़ी केंद्रों और 171 बाल विकास परियोजना कार्यालयों के लोकार्पण व शिलान्यास और आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिकाओं को यूनिफॉर्म हेतु धनराशि अंतरण के कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कुपोषित से सुपोषित श्रेणी में आने वाले बच्चों के अभिभावकों को सम्मानित किया और डीबीटी के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खाते में 29 करोड़ की राशि हस्तांतरित की।
उन्होंने अपने भाषण में कहा कि यह पोषण माह की छठवीं वर्षगांठ है। कुपोषण का परिणाम ठीक नहीं होता है। 1977 से लेकर 2017 तक प्रदेश में 50 हजार से अधिक बच्चों की मौत इंसेफलाइटिस से हुई थी। इसमें 2018 से कमी हुई। इसी तरह आपसी समन्वय से कुपोषण को भी समाप्त करना होगा।
उन्होंने कहा मिशन मोड पर आंगनबाड़ी केंद्रों को सुदृढ़ किया जाना चाहिए। सांसद और विधायक निधि और सीएसआर फंड से भी आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया जा सकता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर बच्चों को सुपोषित के साथ शिक्षित भी बनाने की जिम्मेदारी है। कुपोषण किसी व्यक्ति की नहीं बल्कि समाज की लड़ाई है। सभी को मिलकर यह लड़ाई लड़नी होगी।