:अक्सर लोग बेस्ट फ्रेंड को ही सोलमेट मानने लगते हैं, लेकिन क्या वास्तव में ये दोनों एक ही होते हैं, या फिर दोनों के बीच कोई अंतर भी होता है?
सोलमेट का शाब्दिक अर्थ होता है, आत्मा से साथी। इस रिश्ते का कोई नाम होने से ज्यादा आपको दिल से फीलिंग आती है। आप दोनों एक-दूसरे के साथ खुश रहते हैं और ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करते हैं। आप दोनों भावनात्मक रूप से एक-दूसरे के साथ अत्यधिक जुड़े होते हैं। बिना कंडीशन वाला प्यार आपको आपके सोलमेट तक पहुंचाता है। इस तरह के प्यार में आपके सामने कोई कंडीशन नहीं होती है और यहीं से आपके सोलमेट की तलाश धीरे-धीरे खत्म हो जाती है, क्योंकि यही वह शख्स होता है, जो पूरी जिंदगी आपका साथ देता है। वैसे तो सच्ची दोस्ती में भी कंडीशन नहीं होती है, मगर फिर भी उससे कुछ अपेक्षाएं तो होती ही हैं। सोलमेट के साथ ऐसा नहीं होता है।
कैसे करें पहचान
एक तरफ दोस्त जहां आपको आपकी पूर्व की घटनाओं के साथ जज करते हुए स्वीकारते हैं, वहीं आपका सोलमेट आपकी हर कमजोरी, अक्षमता और डर, सबके साथ आपको स्वीकार करता है। सोलमेट कभी भी आपको जज नहीं करता, बल्कि आपकी सारी कमजोरियों में आपकी ताकत बन कर आपके साथ खड़ा होता है।
दोस्त बनने में कई बार कई दिन या कई महीने या तो कई साल लग जाते हैं। लेकिन सोलमेट के आते ही जीवन में कई घंटों में ही आपकी आत्मा को एक अलग-सा जुड़ाव महसूस होने लगता है। एक भावनात्मक-सा जुड़ाव, जो आपने इतनी जल्दी कभी किसी के लिए महसूस न किया हो। जिसके साथ सहजता से बिना कोई आवरण ओढ़े आप जैसी हैं, वैसी ही खुद को उसके सामने प्रस्तुत कर पाती हैं।
कुल मिलाकर हम यह मान सकते हैं कि सोलमेट वह व्यक्ति होता है, जो हमारे जीवन में हमारा व्यक्तित्व निखारने का कार्य करता है और सुख हो या दुख, तटस्थ होकर आपके जीवन में सदा आपके साथ रहता है। कई बार लड़ाइयों के बाद दोस्त आपको सदा के लिए छोड़ जाते हैं, लेकिन सोलमेट लाख लड़ाइयों के बाद भी सदा आपके साथ बना रहता है।
कुछ संकेत करेंगे मदद
- पहला संकेत यह है कि जब आप उनसे बात करते हैं तो कभी लगता ही नहीं कि आप उनसे अभी-अभी ही मिले हैं। यूँ लगता है जैसे काफी वक्त पहले से आप एक-दूसरे को जानते हैं।
- आपको बहुत सुकून और शांति मिलती है सिर्फ उनसे बात करके नहीं, बिना बात किए भी बस उनके आस-पास रहने पर।
- आप दोनों एक-दूसरे को बहुत अच्छी तरह समझ पाते हैं। जैसे इसके पूर्व आपकी बातों और स्थिति को शायद किसी ने इतना समझा नहीं होगा। वो भी बिना जजमेंटल हुए।
- आप उनकी ग्रोथ में वो आपकी ग्रोथ में बहुत ज्यादा मदद करते हैं। भावनात्मक ही नहीं हर प्रकार से वो आपकी मदद के लिए हमेशा खड़े होते हैं। किसी भी चीज से अपना रिश्ता प्रभावित होने नहीं देते हैं।
- आप दोनों एक-दूसरे की कमजोरी और दुर्गुणों को स्वीकारते हुए अपने रिश्ते में एक संतुलन बनाए रखते हो हमेशा।
- कोई शख्स जिस के साथ आप कंफर्टेबल, ओरिजिनल, पीसफुल और सिक्योर महसूस करते हैं। आप खुश रहते हैं। उसके आते ही आप के मन की बेचैनी दूर हो जाती है और हर तरह के काम में आपका मन लगने लगता है तो समझिए वही है आपका सोलमेट।